Farmers and students suffer from power cuts, बिजली कटौती से किसान व विद्यार्थी परेशान

महाराजगंज: ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में राज्य सरकार द्वारा बिजली दरों में अचानक वृद्धि के साथ असंतोष है। दूसरी ओर, आपूर्ति और समय की निश्चितता ने भी एक अंतर बना दिया है। इस प्रकार, किसानों, उपभोक्ताओं और बोर्ड की परीक्षाओं में विद्यार्थियों की शिक्षा पर बहुत प्रभाव पड़ता है। सरकार ने ग्रामीण इलाकों और शहरी क्षेत्रों में अलग-अलग बिजली आपूर्ति के लिए समय निर्धारित किया है। इसी समय, आपूर्ति समय सीमा भी 16 से 20 घंटे है, लेकिन आकाश और आकाश के बीच अंतर है। लोगों में भारी असंतोष है मनोज सिंह ने कहा कि यह एक बड़ा धोखाधड़ी है आपूर्ति में वृद्धि नहीं हुई है, इसलिए लोग समस्याओं का सामना कर रहे हैं। मौलाना वाजिद फैजी ने कहा कि बोर्ड की परीक्षाओं में बिजली कटौती की जा रही है, जो छात्रों के अध्ययनों में भी दखल कर रही है। चन्द्रवीर ने कहा कि अशांत तारों और टूटी खंभे की मदद से बिजली की आपूर्ति की जा रही है। सरकार के साथ बैतुल्लाह, महमूद आलम, पप्पू यादव, दिनेश मिश्रा, सुजाउद्दीन खान, अर्शद फिरोज, धीरेंद्र लाल श्रीवास्तव, संजय कुमार श्रीवास्तव, विकास उपाध्याय, जितेंद्र सिंह, सोलंकी, राज किशोर शामिल हैं। लेने की मांग की है

Comments